रात्रि – राका, निशा, रजनी, यामिनी, विभावरी। कर्ण – सूर्यपुत्र, राधेय, कौन्तेय, पार्थ, अंगराज, सूतपुत्र। मेरा विचार तो ये है कि जब भी अव�
रात्रि – राका, निशा, रजनी, यामिनी, विभावरी। कर्ण – सूर्यपुत्र, राधेय, कौन्तेय, पार्थ, अंगराज, सूतपुत्र। मेरा विचार तो ये है कि जब भी अव�